रात गुज़री फिर महकती सुबह है आई;
रात गुज़री फिर महकती सुबह है आई;
दिल धड़का फिर आपकी याद है आई;
आँखों ने महसूस किया है उस हवा को;
जो आपको छू कर है हमारे पास आई।
सुप्रभात!
दिल धड़का फिर आपकी याद है आई;
आँखों ने महसूस किया है उस हवा को;
जो आपको छू कर है हमारे पास आई।
सुप्रभात!
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