फूलों की तरह हंसते रहो, तो हम खुश हैं;
फूलों की तरह
हंसते रहो,
तो हम
खुश हैं;
दिल खोलकर जीते रहो, तो हम खुश हैं; यह नहीं कहते कि रोज मिलो; बस हर दिन याद कर लिया करो, तो हम खुश हैं। सुप्रभात! https://web.facebook.com/vikram.sin.negi/photos/a.1422305467985143.1073741828.1422202761328747/1672323909649963/?type=1 |
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