फूलों की तरह हंसते रहो, तो हम खुश हैं;

फूलों की तरह हंसते रहो, तो हम खुश हैं;
दिल खोलकर जीते रहो, तो हम खुश हैं;
यह नहीं कहते कि रोज मिलो;
बस हर दिन याद कर लिया करो, तो हम खुश हैं।
सुप्रभात!
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