ऐसे ख़ुशियों से तेरा नाता गहरा हो;

ऐसे ख़ुशियों से तेरा नाता गहरा हो;
तू जहाँ रखे कदम तो रौशन चार-चुफेरा हो;
तू सोये तो मन-पसंद सपने देखे;
जब आँख खुले तो सब कुछ तेरा हो।

सुप्रभात!

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